नई दिल्ली। 1960 में बनी मुगले आजम में जब सलीम (दिलीप कुमार ) अनारकली (मधुबाला) से हसीन भावनाओं का इजहार कर रहे थे उस वक्त असल जिंदगी में दोनों के बीच कड़वाहट घुल चुकी थी। रिश्ता इतना बिखरा था कि दोनों एक दूसरे से बात तक करना पसंद नहीं करते थे। उस दौर की सबसे खूबसूरत प्रेम कहानी बड़े पर्दे पर जब सबके सामने आई तब दिलीप कुमार-मधुबाला का रिश्ता टूट चुका था। एक सॉरी ने अभिनेता दिलीप कुमार की जिंदगी का रूख बदला था। दोनों का रिश्ता महज एक सॉरी की वजह से हमेशा के लिए टूट गया। उस दिन के बाद से दोनों ने एक-दूसरे की तरफ मुड़कर नहीं देखा।
दिलीप कुमार और मधुबाला के रिश्ते को बॉलीवुड की चुनिंदा कहानियों में गिना जाता है। इनकी प्रेम कहानी किसी फिल्म रोमांटिक स्क्रिप्ट की तरह शुरू हुई और खत्म भी हो गई। दिलीप कुमार की जिंदगी में जब मधुबाला आई तो वह महज 17 वर्ष की थीं। लेकिन मधुबाला के पिता अताउल्लाह खान को उनका संबंध पसंद नहीं था। वो दिलीप कुमार को भी पसंद नहीं करते थे और हमेशा ही दोनों के रिश्ते के विरोध में थे। दोनों सिर्फ शूटिंग के सेट पर एक-दूसरे से मिलते थे, यही नहीं दोनों ही अपनी मुलाकातों को उनके पिता से छुपा कर रखते थे। इस तरह दोनों का रिश्ता कई साल तक चला।
बी.आर चोपड़ा की फिल्म नया दौर को लेकर हुआ कोर्ट केस प्रेस और पब्लिक में खूब उछला। इसी कोर्ट केस की वजह से 1957 में एक दूसरे से अलग हो गए। इस फिल्म के लिए 40 दिन की भोपाल की शूटिंग थी, इस फिल्म के लिए दोनों को ही साइनिंग अमाउंट दे दिया गया था। लेकिन हमेशा की तरह मधुबाला के पिता को शूटिंग के लिए उनका बाहर जाना पसंद नहीं आया। मधुबाला ने भी अपने पिता की बात मानी और फिलम छोड़ दी। इसके लिए बी.आर.चोपड़ा ने अताउल्लाह खान पर कांट्रैक्ट पूरा न करने का केस कर दिया। केस के दौरान दिलीप कुमार और मधुबाला के रिश्ते को भी बहुत उछाला गया और केस के आखिरी ट्रायल के दौरान दिलीप कुमार ने कहा कि वो मधुबाला से मरते दम तक प्यार करते रहेंगे। कोर्ट में दिलीप साहब ने बी.आर.चोपड़ा की तरफ से बयान दिया। मामला खत्म हुआ लेकिन दोनों के रिश्ते में दरार आ गई।
इस केस के बाद भी दोनों ने फिल्म मुगले आजम की लेकिन उस दौरान दोनों का रिश्त इतना खराब था कि दिलीप कुमार मधुबाला से बात तक नहीं करना चाहते थे। दोनों अनारकली और सलीम का किरदार निभा रहे थे पर दोनों के बीच मोहब्बत जा रही थी।
उस केस के खत्म होने के बाद दिलीप कुमार ने मधुबाला से कहा था कि वो फिल्में छोड़ दें और उनके साथ शादी कर लें। लेकिन अपने पिता के आत्मसम्मान को लेकर परेशान मधुबाला ने भी गुस्से में उनसे कहा कि वह उनसे तभी शादी करेंगी जब वो उनके पिता से माफी मांगेंगे। लेकिन दिलीप कुमार को ये बाद नागवार गुजरी, उन्होंने ऐसा करने से इंकार कर दिया। दिलीप के सॉरी के लिए इंकार को सुनकर मधुबाला ने भी उनसे शादी न करने का फैसला सुनाया और उनकी जिंदगी से चली गर्ई। बात सिर्फ यहीं खत्म नहीं हुई, इसके बाद मधुबाला ने दिलीप साहब के ऊपर गुस्से और जिद में किशोर कुमार से शादी कर ली।
1950-60 के दशक में दिलीप कुमार के सितारे बुलंदी पर थे। मधुबाला से रिश्ता टूटने के बाद 1966 में उन्होंने ने सायरा बानो से शादी की। उस वक्त दिलीप साहब 44 वर्ष और सायरा बानो 22 वर्ष की थीं। महज 22 वर्ष की उम्र की लड़की के साथ शादी ने बॉलीवुड में मचा दिया था। दिलीप कुमार का नाम कामिनी कौशल, वैजयंती माला बाली के साथ भी जुड़ा था। उन्होंने आसमां से भी शादी की थी लेकिन वो रिश्ता ज्यादा दिन चला नहीं। दिलीप साहब को 1993 में फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड दिया गया और 1995 में दादा साहब फालके पुरस्कार से नवाजा गया।
- महुआ बोस
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